इस इस्पात संयंत्र के कर्मचारी का आंतकी कनेक्शन, स्लीपर सेल को करता था फंडिंग
रायपुर। आंतकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन और सिमी के सदस्यों को पैसा पहुचाने वाले फरार आरोपी राजू खान को पुलिस ने बंगाल में पकड़ लिया है।
आरोपी दुर्गापुर इस्पात संयंत्र का कर्मचारी था, जो पाकिस्तान से आने वाला फंड को स्लीपर सेल तक पहुंचाता था। इसके बदले उसे कमीशन मिलता था। रायपुर में 8 साल पहले नेटवर्क फूटने के बाद से गायब था। 13 दिन पहले उसके 4 साथियों को कोर्ट से 10-10 साल की सजा हुई।
तब कोर्ट ने राजू को वाटेंड घोषित किया। पुलिस ने फिर से इसकी तलाश शुरू की और पकड़ लिया। उसे ट्रांजिट रिमांड पर मंगलवार को रायपुर लाया गया है।
एएसपी तारकेश्वर पटेल ने बताया कि भनपुरी निवासी धीरज साव (21) को टेरर फंडिंग के मामले में 25 अक्टूबर 2013 को गिरफ्तार किया गया था।
वह भनपुरी में अंडा ठेला लगाता था। उसका कनेक्शन पाकिस्तान के मोहम्मद खालिद से था, जो उसके खाते में पैसा जमा करता था। खालिद पाक के आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है।
वह करांची से धीरज से बात करता था। तकनीकी जांच के दौरान खालिद और धीरज का लिंक मिला। उसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया था।
धीरज के खाते में पाकिस्तान से पैसा आता था, जिसे वह कर्नाटक मेंगलोर के जुबेर हुसैन उसकी पत्नी आयशा, बिहार के पप्पू मंडल और बंगाल दुर्गापुर के राजू खान खाते में पैसा जमा करता था।
पुलिस ने छापा मारकर धीरज के बाद जुबेर और आयशा को गिरफ्तार किया। फिर बिहार से पप्पू मंडल को गिरफ्तार किया। तब से राजू फरार था। उनके संयंत्र से रिटायरमेन्ट ले लिया।
उसके बाद गायब हो गया। हालांकि इस दौरान वह छत्तीसगढ़ आता-जाता रहता। कई लोगों से उसने मुलाकात की। आरोपी राजू का राजू से सीधे कनेक्शन है।
राजू ने कश्मीर की महिला से शादी की है। वह कई बार विदेश भी गया हैं। पुलिस ने उसका खाता फ्रिज कर लिया है। इसमें कुछ और लोगों का नाम सामने आया है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। जिनके खाते में पैसा जमा हुआ है।