खाद के लिए लाइन में खड़े बुजुर्ग किसान की मौत के लिए भूपेश सरकार जिम्मेदार: बृजमोहन
रायपुर। भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेश में खाद की भारी किल्लत व बाजार में खुलेआम खाद की कालाबाजारी व मुनाफाखोरी को लेकर भूपेश बघेल सरकार पर तीखे हमले किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कृषि मंत्री झूठ बोल रहे हैं। प्रदेश में खाद की पर्याप्त व्यवस्था है, सरकार की नीयत ठीक नही है।प्रदेश में अभी तक जितना खाद वितरित की है उतना ही खाद इनके स्टॉक में रखा हुआ है। प्रदेश सरकार किसानों तक खाद नहीं पहुंचा पा रही है। सरकार को किसानों की चिंता ही नही है, किसानों को मुनाफाखोरी के हाथ लूटने छोड़ दिया है।
अग्रवाल ने बालोद जिले के किसान बंशी लाल साहू के मौत के लिए पूरी तरह सरकार की अव्यवस्था व कांगेस जिम्मेदार हैं। किसान बंशी लाल 1 दिन पहले भी खाद लेने गया था पर उन्हें खाद नहीं मिला दूसरे दिन सुबह 9:00 बजे से वह लाइन लगे थे। 5 घंटा लगातार लाइन में खड़े किसान अचानक चक्कर खाकर वहीं गिर गया और बाद में उसकी मौत हो गई।
किसानों की मौत के लिए जिम्मेदार है भूपेश बघेल सरकार।
अग्रवाल ने कहा की कृषि मंत्री लगातार झूठ बोल रहे हैं कि खाद की आपूर्ति कम है। कृषि मंत्री को पूरा आंकड़ा जारी करना चाहिए कि उन्होंने खरीफ सीजन के लिए कितना खाद मांगा था। कब मांगा था, कितना खाद कब-कब मिला कितना था? कितना कब कब मिला, खाद उन्होंने कब वितरित किया और वर्तमान में उनके स्टॉक में कितना खाद रखा हुआ है? कांग्रेस सरकार अपने निक्कमेपन को छिपाने के लिए सिर्फ और सिर्फ केंद्र सरकार पर आरोप लगाकर अपनी जिम्मेदारियों से बचना चाह रही है।
अग्रवाल ने कहा कि सरकार व सत्ताधारी दल के संरक्षण में एक और जहां सोसायटीयों में किसानों को खाद नहीं मिल रहा है वही खुले बाजार में कालाबाजारी कर मुनाफाखोरी कर किसानों को जमकर लूटा जा रहा है, यही है भूपेश बघेल के किसान नीति।
अग्रवाल ने कहा कि जब सरकार को किसानों के साथ खड़ा होना चाहिए था किसानों को सरलता से खाद बीज मिले इसकी व्यवस्था करनी चाहिए थी तब पूरी सरकार दिल्ली जाकर राहुल गांधी के साथ खड़ी है। उन्हें किसानों से ज्यादा चिंता अपने भ्रष्ट राजकुमार को बचाने की है।
अग्रवाल ने 15 जून की स्थिति में प्रदेश में खाद की स्थिति को लेकर एक आंकड़ा भी जारी किया, जिससे स्पष्ट है कि सरकार के पास पर्याप्त खाद होने के बाद भी किसानों को खाद नहीं पहुंचा पा रही है। इसके पीछे एक षड्यंत्र है किसानों को लूटने का।