राहुल गांधी का आरोप- भाजपा की विचारधारा देश को खतरे की ओर ले जा रही, भाजपा बोली- नफरत और झूठ की राजनीति कर भ्रम फैलाने से बाज आएं राहुल
रायपुर। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ दौरे पर अपने चिर परिचित अंदाज में भाजपा पर हमला बोला। साइंस कॉलेज ग्राउंड पर आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि भाजपा अपनी विचारधारा से देश को खतरे की ओर ले जा रही है। अमीर और गरीब के रूप में दो देश बना दिया है। इस पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने पलटवार किया है। भाजपा नेताओं ने राहुल की चेतावनी दी कि वे नफरत और झूठ की राजनीति कर भ्रम फैलाने से बाज आएं। राहुल गांधी ने दो योजनाओं राजीव गांधी कृषि मजदूर न्याय योजना और राजीव मितान क्लब की शुरुआत की। साथ ही, नवा रायपुर में वर्धा की तर्ज पर सेवाग्राम व चौथी बटालियन माना में अमर जवान ज्योति का शिलान्यास किया।
एक देश को दो देशों में बांट रही भाजपा
राहुल गांधी ने कहा कि आज देश के सामने दो-तीन बड़ी चुनौतियां हैं। बीजेपी और उसकी विचारधारा देश को खतरे की ओर ले जा रही है। पहला खतरा भाजपा आज एक देश को दो देशों में बांट रही है। दो देश बनाए जा रहे हैं। एक चुने हुए अरबपतियों का अमीर और दूसरा करोड़ों देशवासियों का गरीब देश। वे सोचते हैं कि गरीबों में शक्ति नहीं है। सोचते हैं कि हिंदुस्तान का गरीब डरता है। मगर गरीब किसी से डरता नहीं है। वो पूछते हैं कि 70 सालों में आपने क्या किया, लेकिन आज जो प्रगति हुई है, वो हिंदुस्तान के किसानों, गरीबों और मजदूरों की देन है। वो 70 साल का हिसाब मांगकर गरीब, किसान, मजदूरों तथा उनके माता-पिता का अपमान करते हैं। वो कांग्रेस का अपमान नहीं करते। देश में जो बदलाव आया है, वह जनता अपना खून-पसीना देकर लाई है। भाजपा वालों की मंशा है कि जिन लोगों ने देश को बनाया उनको परेशान किया जाए और सौ-दो सौ लोगों को पूरे देश का पैसा पकड़ा दिया जाए। देश के 100 सबसे अमीर लोगों के पास देश की 40 फीसदी आबादी से ज्यादा पैसा है।
अमीर और गरीब भारत राहुल का नया शिगूफा: साय
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि तमाम शिगूफों में करारी मात खााने के बाद राहुल गांधी ने एक नया शिगूफा गढ़ा है- अमीर भारत और गरीब भारत का। और स्थिति यह है कि मंच पर बैठे कांग्रेस के नेताओं को ही उनकी बात का कोई सिरा पकड़ नहीं आ रहा था। साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसान-मजदूर और गरीबों से किए गए वादों से मुकरने वाली प्रदेश सरकार की कारस्तानियों को अनदेखा कर राहुल ने छत्तीसगढ़ के लोगों को निराश ही किया है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बहुत-से लोकलुभावन वादे किए थे। सत्ता में आने के बाद कांग्रेस की सरकार ने वादाखिलाफी, झूठ-फरेब, छल-कपट कर राजनीतिक पाखंड की सारी हदें ही पार कर दीं। खुद राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ के किसानों से जगह-जगह फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने और उसमें किसानों के बेटों को रोजगार देने का वादा किया था। सरकार द्वारा धान खरीदी में 15 क्विंटल प्रति एकड़ की लिमिट खत्म करने की बात कही थी। अपने उन वादों पर कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने अब तक अमल क्यों नहीं किया, यह सवाल पूछने का साहस तक राहुल गांधी नहीं दिखा पाए।