भाजपा के पूर्व मंत्री ने नादिरशाह से की छत्तीसगढ़ सरकार की तुलना, प्रकाशमुनि के आश्रम में अवैध कब्जे पर खुली चेतावनी- सड़क पर उतरेंगे अनुयायी और भाजपा कार्यकर्ता
रायपुर। भाजपा के तीन विधायकों ने बुधवार को छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की तुलना नादिरशाह से कर दी। विधायकों ने कहा कि नादिरशाह ने जैसी लूट मचाई थी, उसी तरह की लूट कांग्रेस सरकार के संरक्षण में हो रही है। कबीर पंथ के संत प्रकाशमुनि नाम साहेब के आश्रम में कब्जे के मामले में विधायकों ने खुली चेतावनी दी कि अवैध कब्जों को नहीं तोड़ा गया तो कबीर पंथ के अनुयायी और भाजपा के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे। कानून व्यवस्था संभाल पाना सरकार के लिए मुश्किल हो जाएगा।
एकात्म परिसर में पत्रकारों से चर्चा में पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर और शिवरतन शर्मा ने जमीन के अवैध कब्जों के मुद्दे पर सरकार को घेरा। बृजमोहन ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जमीन पर कब्जा करना और अवैध निर्माण करना सरकार के संरक्षण में होना सामान्य बात हो गई है। कांग्रेस की गुंडागर्दी से आम लोग परेशान हो गए हैं। अब तो कांग्रेस के लोग सरकार व प्रशासन के संरक्षण में धार्मिक गुरु के आश्रम में कब्जा करना शुरू कर दिया है। देश की बड़ी आबादी के आराध्य संत प्रकाशमुनि नाम साहेब के आश्रम पर कब्जा करने के लिए गली पर कब्जा कर लिया गया। आश्रम का किचन है, उस पर छज्जा डाल दिया गया। ट्रांसफार्मर को सड़क पर लाकर लगा दिया गया। संत ने निगम कमिश्नर को लिखित में शिकायत की थी। निर्माण पूरी तरह अवैध है। 65 प्रतिशत निर्माण की अनुमति थी और 100 फीसदी निर्माण हो रहा है। नक्शा पास हुआ है, वह कॉमर्शियल और रेसीडेंशियल के लिए पास हुआ है। हॉस्पिटल बना रहे हैं, ऐसा निर्माण कर्ता ने बताया। हॉस्पिटल के लिए जितनी पार्किंग की व्यवस्थाा होनी चाहिए उतनी नहीं है। बैजनाथ पारा में उत्कल समाज के लोग रहते थे, उनकी झोपड़ियों को हटाकर कब्जा कर लिया गया। ऐसा लगता है कि कांग्रेस के लोगों में प्रतिस्पर्धा चल रही है कि कौन कितना ज्यादा कब्जा कर सकता है। कौन कितना ज्यादा अवैध निर्माण कर सकता है।
आरंग में नेशनल हाइवे के ठीक नीचे अवैध कॉलोनी
शिवरतन शर्मा ने कहा कि आरंग में नेशनल हाईवे के ठीक नीचे 22 एकड़ में अवैध कॉलोनी का निर्माण हो रहा है। इसके निर्माण के लिए एनएच की रेलिंग तोड़ी गई है और रास्ता बनाया गया है। एक टेम्परेरी बिजली कनेक्शन डोमन सिन्हा के नाम पर है, लेकिन 18 प्लॉट में बिजली की सप्लाई है। कनेक्शन किस उद्देश्य से लिया गया, यह भी नहीं लिखाया गया है। अधिकारी एक-दूसरे पर टालने में लगे हैं। अंदर 2 एकड़ शासकीय घास जमीन है। उस पर कब्जा है। एक राजनेता को कॉलोनाइजर ने 40 हजार वर्गफीट की जमीन परिवार के किसी सदस्य के नाम पर दिया है। सबसे आश्चर्य की बात है कि सब देख रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही। नगरीय प्रशासन मंत्री के भव्य महल का निर्माण चल रहा है। नगर पालिका का स्टाफ लगा है। 22 एकड़ की कॉलोनी और मंत्री का मकान दोनों की जांच करने की आवश्यकता है।