मानसून सत्र 20 से: खाद-बीज की कमी, कानून व्यवस्था पर गरमाएगा सदन
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र की अधिसूचना जारी कर दी गई है। मानसून सत्र की शुरुआत 20 जुलाई से होगी। इस बार सत्र में 6 बैठकें होंगी।
मानसून सत्र में विपक्ष खाद बीज की कमी, कानून व्यवस्था और अवैध नशे के कारोबार के खिलाफ राज्य सरकार को घेरेगा। इन मुद्दों पर भाजपा लगातार हमलावर रही है। हालांकि, खाद बीज के मुद्दे पर कांग्रेस भी केंद्र सरकार पर निशाना साधेगी। इस बीच सत्र की अवधि को लेकर भी सत्ता पक्ष और विपक्ष में बयानबाजी शुरू हो गई है।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार चर्चा से भागना चाहती है, इसलिए अधिसूचना जारी होने से पहले दस दिन के सत्र की मांग करने के बावजूद सिर्फ 6 बैठकें ही रखी गई हैं। कौशिक ने कहा कि किसानों, कर्मचारियों, महिलाओं और कानून व्यवस्था सहित कई मुद्दे हैं, जिन पर चर्चा के लिए समय चाहिए।
इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के पास मुद्दे नहीं हैं, इसलिए वह चर्चा से भागती है। सत्र के दौरान वॉकआउट करने, कार्यवाही बाधित करने का काम करती है। 6 दिन का समय चर्चा के लिए पर्याप्त होता है। इस दौरान विपक्ष जनहित के मुद्दों को उठाए, उनका स्वागत है।