हसदेव अरण्य पर ‘रण’: सरगुजा जिला कांग्रेस के पदाधिकारी पहुंचे विरोध करने; यह बड़ा पॉलिटिकल मैसेज, क्योंकि CM भूपेश बघेल और कांग्रेस इस मुद्दे पर खामोश
Newskart @ रायपुर। हसदेव अरण्य में कोल ब्लॉक आबंटन के विरोध में आदिवासियों और ग्रामीणों के आंदोलन में बुधवार को सरगुजा जिला कांग्रेस भी शामिल हो गई। इसे बड़ा पॉलिटिकल मैसेज माना जा रहा है, क्योंकि इस पूरे मसले पर छत्तीसगढ़ सरकार, सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेस पार्टी खामोश है या केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है।
राज्य सरकार की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद ही कोल ब्लॉक के लिए पेड़ कटाई शुरू हुई है। यह क्षेत्र स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के कार्यक्षेत्र में आता है। यही वजह है कि पादप बोर्ड के अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक के नेतृत्व में जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों ने अडानी के खिलाफ नारेबाजी की और ग्रामीणों की मांग का समर्थन किया।
इससे पहले सरगुजा जिला पंचायत ने इन गांवों में फिर से ग्रामसभा कराने की मांग की है। सरगुजा जिला पंचायत में आदित्येश्वर शरण सिंहदेव उपाध्यक्ष हैं। जाहिर है कि सरगुजा में कांग्रेस पार्टी लाइन से अलग हो गई है। इस पूरे मसले पर स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव पार्टी से अलग-थलग नजर आ रहे हैं, क्योंकि राहुल गांधी द्वारा विरोध जताने के बावजूद राज्य सरकार की ओर से कोई हस्तक्षेप नहीं किया जा रहा है।
सिंहदेव और भूपेश डाल-डाल पात-पात
छत्तीसगढ़ की राजनीति में सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव की स्थिति तू डाल-डाल मैं पात-पात जैसी हो गई है। राज्यसभा उम्मीदवार के नामांकन के दौरान सिंहदेव नहीं थे।
सीएम सरगुजा के सभी विधानसभा क्षेत्रों में गए लेकिन अम्बिकापुर नहीं गए। सीएम के भेंट-मुलाकात के पैरलल सिंहदेव भी दौरे कर रहे हैं। एक दिन के लिए कुछ और मंत्री भी हेलिकॉप्टर से दौरा करने निकले, लेकिन दूसरे दिन नहीं गए। इसे लेकर कांग्रेस में अंदरूनी खींचतान के रूप में देखा जा रहा है।