13 दिन के बजट सत्र पर गरमाई राजनीति, भाजपा ने कहा- चर्चा से भाग रही सरकार, स्पीकर से करेंगे सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग
रायपुर। राज्य बनने के बाद पहली बार सिर्फ 13 दिन का बजट सत्र होगा। इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसके मुताबिक 7 से 25 मार्च के बीच बजट सत्र का आयोजन होना है। इसमें सिर्फ 13 बैठकें होंगी। इससे पहले 24 से 28 दिन की बैठकें होती थी। इस मुद्दे पर राजनीति गरमाने लगी है। भाजपा का आरोप है कि सरकार चर्चा से भाग रही है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के मुताबिक कांग्रेस सरकार हमेशा सत्र की अवधि कम कर चर्चा से बचना।चाहती है। पूर्व संसदीय कार्यमंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार सवालों के जवाब नहीं देना चाहती, इसलिए छोटा सत्र बुला रही है। इस संबंध में विधानसभा स्पीकर डॉ. चरणदास महंत से बात कर सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग करेंगे।
पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण
राज्यपाल ने विधानसभा सत्र के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। इसके मुताबिक 7 से 25 मार्च तक सत्र का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान 13 बैठकें होंगी। पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण होगा। दूसरे दिन कृतज्ञता ज्ञापन प्रस्ताव पर चर्चा होगी। इसके बाद बजट पेश किया जा सकता है। इसकी सूचना वित्त विभाग द्वारा सीएम भूपेश बघेल से चर्चा के बाद दी जाएगी। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि 10 तारीख को पांच राज्यों के चुनाव परिणाम आएंगे। उसके बाद सरकार बजट पेश कर सकती है। इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं। होली से पहले सत्र का समापन हो सकता है। बता दें कि छोटे से सत्र में धान खरीदी में देरी, किसानों का धान भीगने के बावजूद मुआवजा नहीं मिलने, शराबबंदी, भ्रष्टाचार, 2500 रुपए बेरोजगारी भत्ता, जमीनों पर अवैध कब्जा, कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों पर भाजपा ने घेरने की तैयारी शुरू कर दी है। हाल में कुछ मुद्दों पर भाजपा ने जांच दल का गठन किया है।