पुलिस में विद्रोह: तीन सिपाही समेत चार पर केस, जेल भेजा
रायपुर। पुलिस परिवार के आंदोलन का नेतृत्व करने वाले तीन आरक्षक और एक पूर्व आरक्षक पर पुलिस ने अपराध दर्ज किया है। इन पर विद्रोह फैलाने, दुष्प्रेरित करने और साजिश रचने की धाराओं में केस रजिस्टर कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक आरक्षक उज्जवल दीवान, नवीन राव, संजीव मिश्रा और पूर्व पुलिस कर्मी एस संतोष मिलकर पुलिस परिवार के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे। इन चारों के कुछ वीडियो और ऑडियो जब्त किए गए हैं, जिसमें पुलिस आंदोलन के दौरान अधिकारियों से मारपीट की बात कह रहे हैं। अधिकारियों के लिए अपशब्दों का प्रयोग कर रहे है। सोमवार को ऐसी घटना सामने आई, जब परिवार की महिलाओं ने एक महिला सब इंस्पेक्टर से मारपीट की और महिला आईपीएस का कालर पकड़ लिया था। इसके बाद ही कार्रवाई की गई। वहीं दूसरी ओर, आंदोलन में आए पुलिस के परिजन दूसरे दिन भी राजधानी में डटे रहे। अपनी मांगों को लेकर नए बस टर्मिनल भाठागांव में बैठे हुए है।
राजधानी में पहली बार विद्रोह का केस
राजधानी में पहली बार पुलिस में विद्रोह करने का केस दर्ज किया गया है। चोरों पर आरोप है कि वे पुलिस कर्मियों के घरों में जाकर उनके परिजनों को भड़का रहे थे। पुलिस के खिलाफ विद्रोह कर रहे हैं। बस्तर क्षेत्र में वे पिछले दो माह से सक्रिय हैं। इस दौरान वहां उन्होंने सहायक आरक्षक और उनके परिजनों को आंदोलन के लिए दुष्प्रेरित किया। वे पुलिस रेगुलेशन एक्ट के खिलाफ काम कर रहे थे।