100 करोड़ ठगी करने वाला चिटफंड कंपनी का डायरेक्टर गिरफ्तार, आरोपी तक ऐसे पहुंची पुलिस
रायपुर। 100 करोड़ से ज्यादा की ठगी करने वाले चिटफंड कंपनी के फरार डायरेक्टर मृगेंद्र बघेल को 5 साल बाद पुलिस ने शहडोल में छापा मारकर पकड़ लिया है।
पुलिस छापे की सूचना मिलते ही कंपनी के दो डायरेक्टर वहां से भाग निकले। पुलिस ने आसपास के गांव में उन्हें तलाश भी किया, लेकिन आरोपी नहीं मिले।
गिरफ्तार डायरेक्टर पुलिस सोमवार को रायपुर लेकर पहुंची। पड़ताल के दौरान आरोपियों की प्रॉपर्टी की जानकारी मिली है। जल्द ही उनका दस्तावेज निकालकर कुर्क किया जाएगा। कंपनी के खिलाफ सीबीआई और सेबी की भी जांच चल रही है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एमपी शहडा़ेल निवासी मृगेंद्र बघेल ने भाई पुष्पेंद्र बघेल, रणविजय बघेल, शैलेंद्र बघेल, धीरेंद्र सिंह और पुष्पांजली बघेल के साथ मिलकर चिटफंड कंपनी सांई प्रकाश डेवलपमेंट शुरू की थी।
कंपनी ने रायपुर में भी अपनी शाखा खोली थी, जिसका दफ्तर जीई रोड बिजनेश पार्क में था। कंपनी प्रॉपर्टी के नाम पर लोगांे को निवेश कराती थीं।
निवेशकों को 6 साल के भीतर दोगुना रकम और हर साल ब्याज देने का झांसा दिया गया था। बड़ी संख्या में लोगांे ने कंपनी में निवेश किया। जब पैसा देने का समय आया तो डायरेक्टर कंपनी के ऑफिस में ताला लगातार भाग निकले।
लोग अपने पैसे के लिए चक्कर काटते रहे। उसके बाद पुलिस में शिकायत की गई। आजाद चौक पुलिस ने 2015 में कंपनी के खिलाफ 2 करोड़ की ठगी का केस दर्ज किया। तब से पुलिस कंपनी के डायरेक्टर की तलाश कर रही थी।
पुलिस ने दो साल पहले पुष्पेंद्र बघेल को गिरफ्तार किया था, जो अभी राजस्थान जेल में बंद है। बाकी डायरेक्टर्स फरार है। पुलिस ने रविवार को छापा मारकर मृगेंद्र को पकड़ा है।