युवक को पहले जमकर शराब पिलाया, नशे की हालत में गला रेता फिर पहचान छिपाने के लिए उसके ऊपर पेट्रोल डालकर जला दिया
रायपुर। रायपुरा के खाली प्लाट में शुक्रवार सुबह 30-35 साल के युवक की जली हुई लाश मिली थी। युवक के शरीर पर धारदार हथियार के चोट के निशान थे। पत्थर में भी खून फैला हुआ था। साइबर सेल की टीम मौके पर पहुंची और हत्या की दिशा में जांच शुरू की। 8 घंटे के भीतर युवक के कातिल मामा-भांजे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। मृतक की गाड़ी कब्जा करने के लिए आरोपियों ने हत्या की साजिश रची थी। एएसपी लखन पटले ने बताया कि मूलत: मुंगेली निवासी वकील कैवर्त (32) पिकअप चलाता था। वह डूमरतराई से सब्जी लेकर दुर्ग, बेमेतरा और बिलासपुर सप्लाई करता था। वह अपनी गाड़ी में ही सोता था। हर 4-5 दिन में वह घर जाता था। थोक सब्जी मार्केट में चंगोराभाठा का दीपक यादव (27) भी गाड़ी चलाता था। दीपक गाड़ी का किश्त जमा नहीं कर पाया तो एक माह पहले उसके मालवाहक को फायनेंस कंपनी ने जब्त कर लिया। वह बेरोजगार हो गया। तब उसने वकील की पिकअप पर कब्जा करने की प्लानिंग की। उसने दो दिन पहले वकील से मुलाकात की और कहा कि उसे कुछ सामान बिलासपुर छोड़ना है। सामान छोड़ने वर 6 हजार रुपए देगा। वकील राजी हो गया। वकील गुरुवार रात 9 बजे दीपक के पास पहुंचा। दीपक ने कहा कि पहले पार्टी करते है, उसके बाद जाएंगे। दीपक ने अपने भांजा शेखर यादव को भी बुलाया। तीनों रायपुरा के एक खाली प्लाट में बैठकर पार्टी की। दीपक ने वकील को खूब शराब पिलाया। वकील में होश में नहीं था। इसी दौरान मौका देखकर दीपक ने जेब से चाकू निकाला और वकील का गला रेत दिया। उसने चाकू से लगातार हमला किया। फिर दीपक और शेखर ने मिलकर पत्थर से वकील का सिर कुचल दिया। हत्या के बाद दोनों घबरा गए। तब दीपक ने वकील की पहचान छिपाने के लिए उसके ऊपर पेट्रोल डालकर जला दिया। आरोपी वहां से भाग गए। मामा-भांजे अपने साथ पिकअप को ले जाना चाहते थे। आरोपियों ने इसलिए पहले से नया नंबर प्लेट भी बनाया था, जिसमें दीपक की गाड़ी का नंबर था। घटना स्थल में पेंट और ब्रश भी लेकर गए थे। उसे भी वहीं छोड़ दिया। दीपक भागते समय अपना खून से सना कपड़ा भी वहीं छोड़ दिया।