कोलकाता: असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को पश्चिम बंगाल में बड़ा झटका लगा है। पार्टी के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष एसके अब्दुल कलाम ने अपने समर्थकों के साथ चुनाव से पहले पाला बदल लिया है। अब्दुल कलाम और उनके समर्थकों ने ममता की पार्टी टीएमसी का दामन थाम लिया है। इससे ओवैसी की पार्टी को बड़ा झटका लगा है जो राज्य विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी जमीनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही थी।
दरअसल बिहार विधानसभा चुनाव में पांच सीटें हासिल करने के बाद ओवैसी की पार्टी बेहद उत्साहित थी। इसी उत्साह से लबरेज होकर पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पश्चिम बंगाल में जमीनी पकड़ मजबूत बनाने की कोशिश शुरू कर दी थी। ओवैसी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर दिया था। लेकिन अब अचानक कार्यकारी अध्यक्ष द्वारा पाला बदलने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है।
तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद यहां पार्टी मुख्यालय में कलाम ने कहा कि कई वर्षों से पश्चिम बंगाल में शंति का माहौल है और ‘‘विद्वेष के वातावरण’’ को दूर रखने के लिए उन्होंने पार्टी का रुख किया है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने देखा है कि पश्चिम बंगाल शांति का स्थान हुआ करता था। लेकिन कुछ समय से विद्वेष का माहौल हो गया है और इसे ठीक किया जाना चाहिए। इसीलिए मैंने तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय किया।’’ एआईएमआईएम के नेता और उनके समर्थक तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य की उपस्थिति में सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल हुए।
कलाम ने कहा कि एआईएमआईएम को अतीत में पश्चिम बंगाल की राजनीति में प्रवेश करने की कोशिश करनी चाहिए थी और इस समय राजनीति में आने की कोशिश करना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा, ‘‘इससे बेवजह में वोट कटेंगे, जिसकी जरा भी जरूरत नहीं है। गौरतलब है कि राज्य में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। पिछले वर्ष नवंबर में एआईएमआईएम नेता अनवर पाशा अपने सहयोगियों के साथ तृणमूल में शामिल हुए थे। पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पिछले रविवार को राज्य की यात्रा की थी और पार्टी नेताओं से बातचीत की थी।