आयल टैंक में जोरदार धमाका कि गांव करना पड़ा खाली
रायपुर। औद्योगिक क्षेत्र सिलतरा के टांडा गांव स्थित ग्रीन पेट्रो फैक्ट्री में शुक्रवार शाम 5 बजे एक के बाद एक 4 बार जोरदार धमाका हुआ। आसमान की ओर आग का बड़ा गुब्बार उठा, जो 2 किलोमीटर की दूरी से भी दिखाई दे रहा था। धमाका इतना जोरदार था कि छत पर खड़े कुछ लोग नीचे गिर गए, जिन्हें गंभीर चोट आई है। आग 20 टन वाली आयल टैंक में लगी थी। आग तेजी से फैलते ही जा रही थी। पुलिस के आला अधिकारी और दमकल की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया गया।
दमकल की 16 गाड़ियां मौके पर पहुंची। भिलाई, बिलासपुर से भी गाडिय़ां बुलाई गई। आग बुझाने के साथ ही पुलिस ने फैक्ट्री के आसपास के गांव को खाली कराया। 5 घंटे की मशक्कत के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया गया था। हालांकि आग को फैलने से रोक लिया गया था। पुलिस का दावा है कि हादसे में जान माल का नुकसान नहीं हुआ है। अब तक आग लगने का कारण भी पता नहीं चल पाया है।
एएसपी तारकेश्वर पटेल ने बताया कि सिलतरा से लगे टांडा गांव में ग्रीन पेट्रोल फैक्ट्री है। यह गोदावरी इस्पात के कैंपस में ही है। ग्रीन पेट्रोल में फर्नेस ऑयल का अलग-अलग टैंक बनाया हुआ है। जहां पर फर्नेस आयल को स्टोर किया जाता है। वहां से फैक्ट्रियों में सप्लाई होती है। जहां आग लगा है, वह 20 टन वाला टैंक है। उससे कुछ दूरी पर 250-250 टन वाला तीन टैंक है। बड़े टैंक तक आग फैलने से पहले ही काबू पाल लिया गया। पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में पता चला है कि कुछ टैंक में आयल आया था, जिसे खाली किया गया। टैंक खाली होने के बाद फैक्ट्री के कैंपस में खड़ा था। उसके ड्राइवर और हेल्पर भी वहीं मौजूद थे। शाम 5 बजे अचानक एक टैंकर से धुंआ उठने लगा, फिर आग लग गई। वहां काम कर रहे कर्मचारी और गाड़ियों के ड्राइवर वहां से भागे। आग फैलते हुए एक टैंक तक पहुंच गई। जोरदार धमाका हुआ है। आग बुझाने के लिए पुलिस को बहुत मशक्कत करना पड़ा रहा है। पूरे गांव को खाली करा दिया गया है। वहां के ग्रामीण सड़क पर बैठे हुए है।