राजीव गांधी किसान न्याय योजना से मिली अतिरिक्त राशि बन रही है किसानों के समृद्वि का जरिया
रायपुर। राजीव गांधी किसान न्याय योजना प्रदेश में खेती- किसानी को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक बड़ी पहल है। राज्य सरकार ने गत वर्ष खरीफ 2019 से इस योजना की शुरूआत की थी जिससे किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिल सके और उन्हें समर्थन मूल्य के अलावा बोनस राशि का फायदा भी मिल सके। राज्य के लगभग 19 लाख किसान इससे लाभावान्वित हो रहे हैं। जिला रायपुर के अभनपुर विकासखंड के ग्राम हसदा के किसान विसहत राम साहू ने बताया कि उन्हे इस योजना के तहत समर्थन मूल्य पर बेचे गए धान की अंतर राशि का तीन किश्त प्राप्त हो चुका है। प्रति किश्त 31,570 की दर से अब तक उन्हे तीन किश्तों में 94 हजार 710 की राशि उनके बैंक खाते में जमा हो चुकी है और एक किश्त के तहत अभी भी उन्हे 31,570 की और राशि मिलनी शेष है। इस तरह राज्य के विसहत राम साहू जैसे लाखों किसान है जिन्हें धान की बिक्री से मिले अतिरिक्त राशि से जीवन में खुशहाली आयी है। साहू ने बताया कि उनके पास लगभग 14 एकड़ खेत है तथा वे संयुक्त परिवार में रहते हैं। परिवार के सदस्यों की संख्या 15 से अधिक है। उनका और परिवार का मुख्य व्यवसाय कृषि ही है। आय का और कोई अतिरिक्त जरिया नहीं है। परिवार की सभी जरूरतों तथा अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति कृषि द्वारा अर्जित आय से ही होती है। उनके संयुक्त परिवार में 8 बच्चे है तथा बच्चों की पढ़ाई – लिखाई एवं अच्छी शिक्षा भी परिवार का प्रमुख मुद्दा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत की जा रही सहायता उनके परिवार के लिए वरदान से कम नहीं हैं क्योंकि किश्तों के रूप में मिली राशि का सदुपयोग बच्चों के लालन-पालन एवं पढ़ाई – लिखाई में बेहतर तरीके से हो रहा है। उल्लेखनीय है कि सहकारी समिति के माध्यम से उपार्जित धान से सीमांत, लघु एवं दीर्घ सभी किसानों को इस योजना से आर्थिक रूप से लाभ मिल रहा है।