राजकीय सम्मान के साथ पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा को दी गई अंतिम विदाई
रायपुर। अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा को पूरे राजकीय सम्मान के साथ मंगलवार को उनके गृह नगर दुर्ग के शिवनाथ नदी के महमरा घाट स्थित मुक्तिधाम में अंतिम विदाई दी गई। सुबह उनका पार्थिव शरीर नई दिल्ली से रायपुर लाया गया। जहां राजीव भवन में श्रद्धांजलि दी गई। जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वोरा के पार्थिव देह को कांधा देकर दुर्ग के लिए रवाना किए थे। दुर्ग के पद्मनाभपुर स्थित निवास में अंतिम दर्शन के उपरांत उनकी अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में उनके प्रशंसक और चाहने वाले शामिल हुए। राज्यपाल अनुसुईया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस वर्किंग कमेटी से उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व पूर्व केंद्रीय मंत्री मुकुल वासिनक ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी की ओर से वोरा के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। महाराष्ट्र सरकार के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत भी वोरा के निवास पहुंचकर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि वोरा दुर्ग में हर घर के पारिवारिक सदस्य जैसे थे। सबसे उन्हें अपनापन था। उनकी सरलता, सहजता के सभी कायल रहते। उनका 20 दिसंबर को जन्मदिन था। इस दिन वे अस्पताल में थे, मैंने उन्हें जन्मदिन की बधाई देने एवं तबियत पूछने फोन किया। वे तकलीफ में थे लेकिन उन्होंने जन्मदिन की बधाई स्वीकार की और अपना आशीर्वाद दिया। उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी। इस मौके पर छत्तीसगढ़ शासन के सभी कैबिनेट मंत्री भी उपस्थित थे।